You are searching about How is Delhi Weather ? आने वाले दिनों में दिल्ही और UP में बारिश की भारी चेतावनी, सबसे ज्यादा प्रदूषित दिल्ही इस बार बाढ़ आने की सहमतता भी बड़ी मात्रा में देखने मिलती हे |
🌧️ Delhi Weather पूर्वानुमान और क्षेत्रीय वर्षा चेतावनी
दिल्ली-एनसीआर और उत्तर व पूर्वी भारत के अधिकांश हिस्सों में मानसून आखिरकार अपनी शानदार उपस्थिति दर्ज करा रहा है। गरज-चमक से लेकर भीगी सड़कों तक, आसमान में मौसम का मिजाज बदल गया है और मौसम अप्रत्याशित हो गया है। आइए, आने वाले दिनों में दिल्ली और आसपास के इलाकों में मौसम का हाल देखें।
🌥️ परिचय
दिल्ली-एनसीआर के मौसम ने बादलों की सक्रियता बढ़ने, बिजली चमकने और लगातार बारिश के साथ उमस भरा रुख अपना लिया है। मौसम विभाग ने विभिन्न क्षेत्रों के लिए अलर्ट जारी किए हैं, जो सक्रिय निम्न-दाब प्रणालियों के कारण होने वाले बदलावों का संकेत देते हैं।
चाहे आप दैनिक यात्री हों, यात्री हों, या सिर्फ मौसम के बारे में जानने के इच्छुक हों, यह पूर्वानुमान आपको उत्तर, पूर्व और दक्षिण भारत में महत्वपूर्ण चेतावनियों के साथ-साथ विस्तृत, दिन-प्रतिदिन का परिदृश्य प्रदान करेगा।
Delhi Weather HighLight
दिनांक/क्षेत्र | मौसम स्थिति | वर्षा की तीव्रता | विशेष अलर्ट |
17 जुलाई (आज) – दिल्ली एनसीआर | बादल छाए रहेंगे, गरज के साथ बारिश होगी, बिजली चमकेगी | हल्की से मध्यम वर्षा | आंधी और बिजली की चेतावनी |
18-19 जुलाई – दिल्ली एनसीआर | आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे, कभी-कभी बूंदाबांदी होगी | बहुत हल्की से हल्की वर्षा | कोई बड़ी चेतावनी नहीं |
बिहार और झारखंड | तीव्र मौसम प्रणालियों के साथ बादल छाए रहेंगे | भारी से बहुत भारी वर्षा | अलग-अलग क्षेत्रों में बारिश का रेड अलर्ट |
पूर्वी उत्तर प्रदेश | व्यापक बारिश, तूफानी स्थितियाँ | बहुत भारी वर्षा | मौसम की चेतावनी जारी |
🌦️ दिल्ली एनसीआर के लिए आज का मौसम पूर्वानुमान
☁️ बादल छाए रहेंगे
आज दिल्ली-एनसीआर में सामान्यतः बादल छाए रहेंगे । धूप नहीं दिखेगी – बस ऊपर एक धूसर, नम छतरी छाई रहेगी।
🌧️ हल्की से मध्यम वर्षा
आज बारिश की तीव्रता हल्की से मध्यम तक है , जिससे गर्मी से राहत मिलेगी और हवा में ताजगी आएगी।
⚡ आंधी और बिजली गिरने का खतरा
आज बारिश के साथ-साथ गरज के साथ बिजली गिरने की भी प्रबल संभावना है । इससे कुछ समय के लिए बिजली गुल हो सकती है और व्यवधान उत्पन्न हो सकता है, इसलिए सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।
Delhi Today Weather
दिल्ली में आज का मौसम | इधर से जाने |
📅 अगले तीन दिवसीय मौसम पूर्वानुमान
🗓️ 17 और 18 जुलाई – बहुत हल्की से बहुत हल्की वर्षा
कल और परसों हल्की बारिश की उम्मीद है , ज़्यादातर बूंदाबांदी या थोड़े समय के लिए। गरज के साथ बारिश का ख़तरा भी कम होगा, हालाँकि पूरी तरह से ख़त्म नहीं होगा।
🗓️ 19 और 20 जुलाई – कम वर्षा, बादल छाए रहेंगे
मौसम की गतिविधियाँ काफ़ी ठंडी हो जाएँगी , बादल छाए रहेंगे लेकिन ज़्यादातर मौसम शुष्क रहेगा । गीले सफ़र से राहत मिलने की संभावना है।
🗓️ 21 और 22 जुलाई – हल्की बारिश की वापसी
बारिश की वापसी हो रही है और हल्की से मध्यम बौछारें पड़ने की उम्मीद है। कुछ स्थानीय स्तर पर गरज के साथ बारिश फिर से शुरू हो सकती है।

🌪️ दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों को प्रभावित करने वाली प्रमुख मौसम प्रणालियाँ
📍 उत्तरी राजस्थान पर स्पष्ट निम्न दबाव
इस वर्षा का कारण बनने वाली दो प्रमुख प्रणालियों में से एक उत्तरी राजस्थान पर केन्द्रित एक सुस्पष्ट निम्न दबाव क्षेत्र है , जो पूरे उत्तर भारत में आर्द्र हवाएं चला रहा है।
📍 दक्षिण-पूर्वी बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश पर एक और सिस्टम
दूसरा महत्वपूर्ण सिस्टम दक्षिण-पूर्वी बिहार और उससे सटे पूर्वी उत्तर प्रदेश पर बना हुआ है । इससे बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश में भारी बारिश हो रही है।
📍 68° पूर्वी देशांतर पर पश्चिमी विक्षोभ
68° पूर्वी देशांतर के आसपास मंडरा रहा एक पश्चिमी विक्षोभ शीघ्र ही उपरोक्त दोनों प्रणालियों से टकरा सकता है, जिससे हिमालयी क्षेत्रों में बारिश का एक नया दौर शुरू हो सकता है।
⛈️ अन्य क्षेत्रों में भारी वर्षा की चेतावनी
📍 बिहार और झारखंड – बहुत भारी वर्षा की संभावना
बिहार और झारखंड के कुछ हिस्सों में बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है , तथा निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
📍 पूर्वी उत्तर प्रदेश – अगले दो दिन महत्वपूर्ण
अगले 48 घंटों में पूर्वी उत्तर प्रदेश में बहुत भारी बारिश होगी । निवासियों को सतर्क रहना चाहिए और जलभराव वाले इलाकों से बचना चाहिए।
📍 उत्तर-पश्चिम भारत – राजस्थान और हिमालयी राज्य अलर्ट पर
राजस्थान में , विशेषकर मौसम प्रणाली के निकटवर्ती क्षेत्रों में, अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होगी ।
🏔️ पश्चिमी हिमालयी राज्यों के लिए वर्षा की चेतावनी
🏞️ जम्मू और कश्मीर
खासकर दक्षिणी जिलों में मध्यम से भारी बारिश की उम्मीद है । भूस्खलन और अचानक बाढ़ का खतरा वास्तविक है।
🏞️ हिमाचल प्रदेश
पहाड़ हरे-भरे होंगे—लेकिन खतरनाक भी। भारी बारिश की वजह से पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन हो सकता है ।
🏞️ उत्तराखंड
देवभूमि राज्य भी अलर्ट पर है। पहाड़ी रास्तों से यात्रा करते समय सावधानी बरतें।

🌴 दक्षिणी भारत का मौसम पूर्वानुमान
🌧️ तमिलनाडु की पहाड़ियाँ और केरल तट
तमिलनाडु के घाट क्षेत्रों और केरल के तटीय क्षेत्रों में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होगी । कुछ क्षेत्रों में भूस्खलन की चेतावनी जारी की गई है।
🌧️ तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक
अगले 4-5 दिनों में दक्षिण कर्नाटक में छिटपुट भारी वर्षा होगी , जिससे ग्रामीण संपर्क प्रभावित होगा।
🌊 मौसम प्रणालियों के बीच संभावित अंतःक्रियाएँ
🔄 उत्तरी राजस्थान निम्न एवं पश्चिमी विक्षोभ
राजस्थान के निम्न-दबाव तंत्र और पश्चिमी विक्षोभ के बीच परस्पर क्रिया की संभावना है । इससे वर्षा की गतिविधि, विशेष रूप से पहाड़ी क्षेत्रों में, बढ़ जाएगी।
🔄 वर्षा की तीव्रता पर सिस्टम इंटरैक्शन का प्रभाव
जब दो प्रणालियाँ आपस में टकराती हैं, तो बारिश तेज़ हो जाती है। जहाँ भी यह परस्पर क्रिया होती है, वहाँ तेज़ गरज और मूसलाधार बारिश की उम्मीद करें —खासकर उत्तर-पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में।
🚨 दैनिक जीवन पर अपेक्षित प्रभाव
🚗 आवागमन और यातायात
ट्रैफ़िक जाम, सड़क अवरोध और कार्यालय समय में देरी की आशंका है। वैकल्पिक मार्गों के लिए गूगल मैप्स जैसे रीयल-टाइम ऐप्स का उपयोग करें।
✈️ उड़ान विलंब और ट्रेन संचालन
कम दृश्यता और जलभराव के कारण उड़ानों में देरी और ट्रेनों के समय में परिवर्तन की संभावना बहुत अधिक है।
🏫 स्कूल बंद और काम में व्यवधान
स्थानीय अधिकारी स्थिति बिगड़ने पर स्कूल बंद कर सकते हैं या घर से काम करने की सलाह दे सकते हैं । नागरिक सूचनाओं से अपडेट रहें।
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⚠️ आंधी और बारिश के दौरान सुरक्षा सुझाव
⚡ बिजली गिरने पर क्या करें
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घर के अंदर रहना
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वायर्ड इलेक्ट्रॉनिक्स का उपयोग करने से बचें
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ऊँचे पेड़ों और खुले मैदानों से दूर रहें
🚗 भारी बारिश के दौरान ड्राइविंग
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गति को कम करें
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फॉग लाइट का उपयोग करें
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अन्य वाहनों से अतिरिक्त दूरी बनाए रखें
🧰 आपातकालीन किट चेकलिस्ट
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टॉर्च और बैटरियाँ
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पेय जल
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प्राथमिक चिकित्सा आपूर्ति
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सूखे नाश्ते
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आपातकालीन संपर्क सूची
📊 इन परिवर्तनों के पीछे जलवायु पैटर्न
🔄 मानसून परिसंचरण रुझान
भारतीय मानसून समुद्र की सतह के तापमान, वायुदाब के अंतर और ग्रहों के परिसंचरण पर काम करता है – और जुलाई इसका चरम महीना है।
📉 मानसून में निम्न दबाव प्रणालियों की भूमिका
ये निम्न दबाव वाले क्षेत्र चुम्बक की तरह कार्य करते हैं, तथा महासागरों से नमी युक्त हवाओं को खींचते हैं, जिससे भारी वर्षा होती है।
🧾 Conclusion
जैसे-जैसे हम मानसून के मौसम में आगे बढ़ रहे हैं, आने वाला हफ़्ता हलचल से भरा है। दिल्ली-एनसीआर में बादलों से ढका आसमान और रुक-रुक कर बारिश की उम्मीद है—कुछ तेज़ और गरज के साथ। भारत के अन्य हिस्सों, जैसे बिहार, झारखंड, राजस्थान और पश्चिमी हिमालय में गंभीर बारिश की चेतावनी जारी की गई है।